ज्ञान शिखर ओम शांति भवन में सात दिनी विशेष प्रवचन माला का शुभारंभ
स्वयं की आंतरिक शक्ति को बढ़ाकर जिये तनाव मुक्त जीवन"- डॉक्टर शिल्पा देसाई
इंदौर 29 मई. "आज हर क्षेत्र में हर उम्र, हर वर्ग के लोग तनाव ग्रस्त हैं, तनाव जीवन में सामान्य हो गया है। पूर्व की घटी घटनाओं को याद करना तथा भविष्य की चिंता ही तनाव का कारण है। जिस प्रकार शरीर की कमजोरी अनेक रोगों को जन्म देती है, उसी तरह मन की कमजोरी या आंतरिक शक्तियों की कमी जीवन में तनाव को बढ़ाती है। अतः तनाव मुक्त जीवन के लिए आंतरिक शक्तियों को बढ़ाना अति आवश्यक है।"
उक्त विचार न्यू पलासिया स्थित ज्ञान शिखर, ओम शांति भवन में आयोजित सप्त दिवसीय विशेष प्रवचन माला 'ज्ञान मंथन' के प्रथम दिन, शेल्बी हॉस्पिटल की सुप्रसिद्ध फिजिशियन डॉक्टर शिल्पा देसाई ने "तनावमुक्त जीवनशैली" विषय पर रखें।
आगे आपने बताया कि एक है तनाव होने पर उसका प्रबंधन करना अर्थात तनाव प्रबंधन, दूसरा तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाना। जिस प्रकार शरीर में गंभीर बीमारी होने पर इलाज तो हो जाता है लेकिन बीमारी शरीर को क्षतिग्रस्त कर देती है, उसी प्रकार तनाव के कारण हमारे जीवन में शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक सब प्रकार की क्षति होने लगती है। आपने तनाव के कारण तथा लक्षण बताते हुए कहा की तनाव के लक्षण दिखाई देते ही बिना शर्म के किसी अच्छे मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए ताकि बहुत ज्यादा ना बढ़े। सबसे बेहतर है तनाव मुक्त जीवन शैली जिससे तनाव हो ही नहीं। जीवन में परिस्थितियां, समस्याएं, नई-नई चुनौतियां तो आनी ही है, उसे हम रोक नहीं सकते लेकिन हमारा मन सशक्त है तो सौ हिमालय जैसी परिस्थितियों को भी सहज पार कर सकते हैं। आपने तनाव मुक्त जीवन के टिप्स बताएं-
▪️कार्य के दबाव से बचने के लिए अपना मनोबल और आंतरिक शक्ति बढ़ाएं।
▪️दूसरों के संस्कारों को जानकर सबके साथ संस्कार मिलन की रास करें।
▪️कुछ समय शारीरिक स्वास्थ्य के लिए निकालें जैसे पैदल चलना, हल्का व्यायाम करना, अपना पसंदीदा गीत सुने, अच्छे साहित्य पढ़े।
▪️ आवश्यकता से अधिक पाने की लालसा छोड़, जो कुछ हमारे पास है उसके लिए ईश्वर का धन्यवाद करें।
▪️मन बुद्धि की तार पावर हाउस परमात्मा से जोड़कर प्रतिदिन आत्मा की बैटरी चार्ज करें।
इस अवसर पर इंदौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि जिस प्रकार दही का मंथन करने से मक्खन निकलता है, शास्त्रों में दिखाया है सागर मंथन से अमृत निकला, हीरे मोती निकलें, इसी प्रकार इस सप्त दिवसीय प्रवचन माला "ज्ञान मंथन" से नित नए-नए ज्ञान के सच्चे हीरे-मोती निकलेंगे, अमृत निकलेगा जिससे हमारा जीवन गुणवान बनेगा, सुख, शांति और खुशी से भर जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी, कस्टम विभाग के अतिरिक्त आयुक्त दिनेश बिसेन, मुख्य वन संरक्षण उज्जैन, श्रीमती किरण बिसेन, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति डॉ मानसिंह परमार, कालानी नगर सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी जयंती दीदी, ब्रह्माकुमारी अनीता दीदी, ब्रह्माकुमारी उषा दीदी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी प्रेमलता बहन ने किया एवं ब्रह्माकुमारी अनिता बहन ने सभी का आभार माना।
उक्त प्रवचन 3 जून तक चलेगा जिसका समय संध्या 7 से 8 बजे तक रहेगा।
Comments
Post a Comment