प्रकृति प्रेमी बन, छोटे-छोटे प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण का बड़ा कार्य कर सकते हैं"
इंदौर, 6 जून। वर्षा जल संरक्षण कर घटते भूजल स्तर को सुधारने तथा वृक्षारोपण को बढ़ावा देकर वायु प्रदूषण तथा धरती के बढ़ते तापमान को कम करने का प्रयास किया जाना चाहिए। प्रकृति प्रेमी बन, छोटे-छोटे प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण का बड़ा कार्य कर सकते हैं। इसके लिए समाज स्तर पर व्यापक जन चेतना के द्वारा जन जागृति लाने की आवश्यकता है। उक्त विचार 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर "हमारी धरती, हमारा भविष्य" विषय पर ब्रह्माकुमारीज के कृषि एवं ग्राम विकास प्रभाग द्वारा ज्ञान शिखर, ओम शांति भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने व्यक्त किये। इंदौर नगर पालिका निगम के अपर आयुक्त अभय राजगांवकर ने कहा कि हमारे यहां पुरातन सभ्यता, धर्म एवं संस्कृति से भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता था। हमारे यहां नदी, जल, पेड़, पौधे तथा पशु-पक्षी के प्रति भी आदर भाव रखते थे तथा पूजे जाते थे, परंतु आजकल उपभोगवादी पाश्चात्य संस्कृति के द्वारा इन्हें पिछड़ापन करार दिया गया है। इसके कारण प्रकृति का दोहन, वृक्षों की कटाई शुरू कर दी है। इस दिशा में प्रकृति संरक्षण हेतु सबको सामूहिक प्रयास करना होगा। नगर...
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