ख्रीस्त जयंती संदेश
इंदौर 23 दिसंबर 2020 दुनिया पिछले नौ महीनों के दौरान कोरोना वायरस से जूझ रही है। हमें अन्य लोगों से दूरी बनाए रखने के लिए कहा जाता है। कई लोग बीमार हो गए, कई मर गए हैं और कई प्रभावित हैं। राष्ट्रों की अर्थव्यवस्थाएं काफी तनाव में हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने नौकरियां खो दी हैं और कठिनाइयों का सामना कर रहे है। सभी एक प्रभावी दवा या उपाय की इंतज़ार में हैं। मसीह के आने से पहले मनुष्य की ऐसी स्थिति थी। केवल अंतर यह है कि वह एक आध्यात्मिक वायरस था जिसे हम पाप कहते हैं। पाप के कारण ईश्वर और इंसान के बीच और इंसान और इंसान के बीच रिश्तों में दूरी बढ़ रही थी। सभी एक मसीहा की उम्मीद में थे जो हमें पाप से मक्त करेगा और रिश्ते की दूरी हटाएंगे । समय की पूर्णता में, अपनी प्रतिज्ञा पूरी करते हुए, पिता ईश्वर ने अपने पुत्र को हमारे की पूर्णता में, अपनी प्रतिज्ञा पूरी करते हुए, पिता ईश्वर ने अपने पुत्र को हमारे बीच भेजा जिसे यीशु नाम दिया गया था क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापो से मुक्ति दिलाने वाला है। खीस्त जयंती के दिन हम उनके जनम की याद करते है और आनंद मानते है। जब पाप की दीवार टूट जाती है, तो दूरी मिट जाती है और संबंध स्थापित हो जाता है। इस अवसर पर मेरी शुभ कामना है कि यह क्रिसमस हमें मसीह के नजदीक लाए, हमारे जीवन से पाप की छाया मिटा जाए और वह हमें खुशी और शांति से भर दे।
बिशप डॉ चाको इंदौर धर्म प्रांत मप्र
Comments
Post a Comment