इंश्योरेंस पॉलिसी रिनुअल एवं लेप्स हो चुकी इंश्योरेंस पॉलिसी को जीवित करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दिल्ली (ओखला) स्थित कॉल सेंटर पर राज्य साइबर सेल इंदौर ने मारा छापा तीन आरोपी गिरफ्तार
इंदौर साइबर सेल ने अपराध क्रमांक 109/19 धारा 420, 419,120बी, आईपीसी 66सी, 66डी आईटी एक्ट में फरियादी प्रमोद वांकणकर के साथ इंश्योरेंस के नाम पर हुई 23 लाख की ठगी के प्रकरण में मारा छापा ।
• दीवली के पहले सेल की टीम ने दिल्ली जाकर की थी आरोपियों की रेकी ।
• प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने इंदौर उज्जैन सागर रायसेन के फरियादियों के साथ ठगी करना स्वीकार करा, मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में कर रहे हैं ठगी की वारदात ।
• IRDA, RBI इंश्यूरेंस रेग्यूलेटरी अथॉरिटी आदि का नाम लेकर पीड़ितों को विशेषकर सीनियर सिटीजन को ठगते हैं आरोपीगण ।
• गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी प्रदीप और उसका साथी सुमित मलिक तथा आत्मदेव हैदराबाद में 75 लाख रूपये की इंश्योरेंस ठगी में हो चुके हैं गिरफ्तार ।
• अप. क्र.109/19 में पूर्व में गिरफ्तार आरोपी अभिषेक दीवान भी मिला पुनः कॉल सेंटर पर सक्रिय, साइबर सेल उसकी जमानत जप्त कराने बाबत करेगी आवेदन
* प्रकरण का अन्य आरोपी सुमित तोमर तिहाड़ जेल में है धारा 376 भादवी के प्रकरण में निरुद्ध ।
• सुमित मलिक एवं आत्म देव भी थे लंबे समय से प्रकरण में फरार ।
सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा अपराधों के तत्काल निकाल करने के संबंध में हाल में किए गए दिशा निर्देशों के पालन में कि गई कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर सेल इंदौर श्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि आवेदक प्रमोद वांकणकर द्वारा एक लिखित शिकायत आवेदन दिया गया था । जिसमें उनके द्वारा बताया गया था कि उनके साथ लेप्स बीमा पॉलिसी का पैसा वापस दिलाने के नाम पर 23 लाख 62 हजार रूपयें की गठी की गई है । शिकायत जांच हेतु निरीक्षक अंबरीश मिश्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम उप निरीक्षक जितेन्द्र चौहान, आर. आशिष शुक्ला की गठीत की गई । उक्त शिकायत जांच पर अपराध क्रमांक 109/19 पंजीबद्ध किया गया । प्रकरण में अभिषेक दीवान एवं हरिश दीवान की पिछले वर्ष सितंबर 2019 में गिरफ्तारी की जाकर प्रकरण में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी प्रदीप प्रसाद, सुमित मलिक तथा आत्मदेव की तलाश में राज्य सायबर सेल की टीम द्वारा लगातार दिल्ली में आरोपियों के ठिकानों पर दबीश दी जा रही थी । आरोपी बार बार पुलिस को चकमा देकर फरार थे । आरोपी प्रदीप प्रसाद की गिरफ्तारी पर 5000/- रूपयें इनाम की उद्धोषणा की गई थी । मुखबीर द्वारा आरोपी प्रदीप प्रसाद के दिल्ली के ओखला इलाके में इंश्यूरेंस का कॉल सेंटर चलाए जाने की जानकारी दी गई थी । जिसकी तस्दीक हेतु टीम को दिल्ली रवाना किया गया । जहां उनके द्वारा लगातार आरोपी प्रदीप प्रसाद और उसके साथी सुमित मलिक और आत्मदेव की दिल्ली में रहकर उनकी आवाजाही एवं अन्य गतिविधियों पर सतत निगाह रखी गई । दिनांक 20/11/2020 को सायबर टीम निरीक्षक अंबरिश मिश्रा, उनि.जितेन्द्र चौहान, प्रआर. रामप्रकाश बाजपेई, प्रआर रामपाल पाल, आर. आशिष शुक्ला,द्वारा फरार इनामी आरोपी प्रदीप प्रसाद के ओखला स्थित ठिकाने पर दबिश दी गई । जहां आरोपी प्रदीप प्रसाद अपने साथी सुमित मलिक तथा आत्मदेव के साथ इंश्यूरेस का फर्जी कॉल सेंटर संचालित करता हुआ रंगे हाथ पकड़ा गया । जिसे राज्य सायबर सेल की टीम द्वारा गिरफ्तार कर इंदौर लाकर पूछताछ की गई एवं आरोपियों के कब्जे से फरियादी से ठगे गए रूपयों से खरीदी गई एक आई-20 कार भी जप्त की गई । आरोपियों से इस अपराध एवं मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में की गई इंश्योरेंस फ्रॉड के नाम पर ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है । जिसमें अन्य पीड़ितों की जानकारी का खुलासा होने की संभावना है ।
गिरफ्तार आरोपी के नाम पता –
1) प्रदीप प्रसाद पिता राजेन्द्र प्रसाद उम्र 33 वर्ष निवासी- G -83 मेन मार्केट अली विहार सरीता विहार नई दिल्ली
2- सुमित मलिक पिता गुलशन मलिक उम्र 25 वर्ष निवासी-ए 13 तीसरा माला गली नंबर 3, आईटी एक्सटेंशन,
3)आत्मदेव पिता रामकिशन सिंह उम्र 28 वर्ष, निवासी एच-35 अली विहार सरीता विहार नई दिल्ली
प्रकरण के आरोपियों की गिरफ्तारी करने में निरीक्षक अंबरिश मिश्रा, उनि.जितेन्द्र चौहान, प्रआर. रामप्रकाश बाजपेई, प्रआर रामपाल पाल, प्रआर मनोज राठौड, आर. आशिष शुक्ला, आर. राहुल सिंह गौर,आर. गजेन्द्र राठौर, आर. विजय बड़ोदकर एवं आर दिनेश सौराष्ट्री की मुख्य भूमिका रही ।
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