कमलनाथ की सरकार गिरना उसमें कमलनाथ का अंहकार और दिग्विजयिंसह की राजनैतिक चतुराई जिम्मेदार है - कैलाश विजयवर्गीय
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय की पत्रकार-वार्ता
इंदौर 30 अक्टूबर,2020/(सुनील वर्मा) भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजवर्गीय ने आज वार रूम मीडिया सेंटर होटल दिव्य पैलेस मालवा मिल चौराहा में सम्मानीय बंधुओं से पत्रकार-वार्ता में चर्चा करते हुए कहा कि परसों पाकिस्तान की संसद में मंत्री ने एक बयान में दिया कि पुलवामा की घटना हमारी कोम की सफलता है। मुझे बहुत अपसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि कांग्रेस के नेता ने जब पुलवामा की घटना हुई तब कहा था कि इसकी गंभीर जांच होना चाहिए यह एक षडयंत्र है और निश्चित रूप से उनके इस बयान को पाकिस्तान के अखबरों ने फ्रण्ट पेज पर छाप पर प्राथमिकता दी थी, वहां हीरों की तरह दिखाये गये थे।
अभी-अभी बिहार चुनाव के दौरान तेजस्वीजी और राहुलजी एक ही मंच पर थे। उन्होंने बयान दिया कि प्रधानमंत्री मोदीजी जवाब दे कि चीन की सेना 1200 किलो मीटर अंदर कैसे आ गई। यदि हम सामान्य भुगोल जानते है तो 1200 किलो मीटर याने की दिल्ली के आसपास सेना आ चुकी होती। ऐसा राजनैतिक दल जो देश का सबसे पूरा दल ये जो दावा करता है कि इस देश में स्वतंत्रता हमने दिलवाई। उनके नेता इस प्रकार के बयानबाजी करेंगे तो इससे देश की सेना का मनोबल गिरता है।
देश में एक ऐतिहासिक निर्णय हुआ धारा 370 हटाना यह कोई चोरी छूपे नहीं हुआ है और जब ये लगाई गई थी उस समय डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसका विरोध किया था और देशभर के जनसंघ के कार्यकर्ताओं ने जम्मु कश्मीर की जेलों को भर दिया था संदिग्ध हालत में डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जेल में मृत्यु हो गई थी। देश की एकता और अखण्डता के लिये किसी भी राजनैतिक दल का आजादी के बाद यह पहला बलिदान था और तब से लेकर आज तक हमने धारा 370 को हटाने के लिये प्रयास किये थे जब जाकर ये धारा 370 हटी थी।
जम्मू कश्मीर में तिरंगा फैहराने के लिये डॉ. मुरली मनोहर जोशी को तिरंगा यात्रा निकालनी पड़ी थी और आज आसानी से हर जगह तिरंगा फैहराया जा रहा है। तिरंगे की आन-बान और शान के लिये लाखों लोगां ने अपना बलिदान दिया था और गहरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ तिरंगा फहराया जाता था। आज एक नेता ये कह दिया कि मैं तिरंगे को हाथ नहीं लगाउंगी, उन्हीं की पार्टी के नेताओं ने विरोध किया और श्रीनगर की गलियों में घुमे।
पश्चिम बंगाल में हत्याओं का दौर जारी है नवरात्रि में हमारे 5 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई और दशहरे के दिन एक कार्यकर्ता की हत्या हुई जिसमें बंगाल सरकार ने कोर्ट के आदेश के बाद भी पोस्टमार्डन नहीं होने दिया, बंगाल सरकार के पास कोई संवेदना नहीं है, इसके लेकर बंगाल में आक्रोश व्याप्त है।
मध्यप्रदेश में 28 सीटों में विधानसभा के चुनाव है। आप सब जानते है कि एक बयान मैंने दिया था कि जिसकी काफी चर्चा हुई कि यदि दिल्ली इशारा करेगी तो सरकार गिर सकती है, उस वक्त कांग्रेस में कमलनाथजी के खिलाफ आक्रोश भी शुरू हो गया था और कुछ लोगों ने हमसे संपर्क भी किया था लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व ने ईशारा किया कि नहीं, हमें इस सरकार को काम करने देना चाहिए और प्रजातंत्र का सम्मान करना चाहिए। अभी सरकार कमलनाथजी की सरकार बदली तो इसमें भारतीय जनता पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। कमलनाथजी की सरकार गिरना उसमें कमलनाथजी का अंहकार जिम्मेदार है और दिग्विजयिंसह की राजनैतिक चतुराई जिम्मेदार है।
आपने कहा कि कमलनाथ सरकार ने किसानों से वचन पत्र में वादा किया था कि आपका कर्ज माफ कर दिया जायेगा और राहुल बाबा ने कहा था कि अगर हमारी सरकार बनने के 10 दिन के अंदर अगर कर्ज माफ नहीं हुआ तो हम मुख्यमंत्री बदल देंगे। उनकी सरकार भी बन गई और 15 माह बीत गये थे किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ और उसमें भी शर्ते लगा दी थी कि सीमित कर्ज माफ करेंगे और वह भी नहीं किया। महिलाओं से कहा था कि हम आपके हमारी सरकार बनने पर समूह ऋण माफ कर देंगे, वे भी नहीं किये। बेरोजगार युवाओं से कहा था कि हम आपकी नौकरी की व्यवस्था करेंगे और यदि नहीं कर सके तो आपको हर महिना 4 हजार रूपये बेरोजगारी भत्ता दिया जायेगा, वह भी बेरोजगारों को नहीं दिया गया। दुग्ध व्यापारियों को 5 रूपये प्रति लीटर बोनस देंगे वह भी नहीं दिया।
आपने कहा कि जिस प्रकार जनता ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर 15 सालों तक विश्वास किया, उसी प्रकार कांग्रेस पर आने वाले 15 साल तक कोई विश्वास नहीं करेगा। मैंने अभी पूरे मध्यप्रदेश का दौरा किया और भारतीय जनता पार्टी इस उपचुनाव में 28 में 28 सीट जीत जाये तो आश्चर्य की बात नहीं।
पत्रकार-वार्ता में प्रमुख रूप से बाबूसिंह रघुवंशी, गोविन्द मालू, उमेश शर्मा, आलोक दुबे मुकेश जरिया उपस्थित थे।
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