चरनोई की भूमि पर अवैद्य मालिकाना हक दर्शाने वाली दो बहने एस.टी.एफ. की हिरासत में
इंदौर ---श्री पùविलोचन शुक्ला पुलिस अधीक्षक एस.टी.एफ. इन्दौर ने जानकारी देते हुये बताया कि, लोकमान्य नगर के सामने स्थित ग्राम तेजपुर गडबडी के खसरा नम्बर 1488/1 की शासकीय चरनोई भूमि के प्रकरण में एस.टी.एफ. इन्दौर द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए दो आरोपी महिलाओं को गिरफतार किया गया है।
श्री शुक्ला ने बताया कि , फरियादी श्रवण आडवानी एवं अनिल रोपेता की शिकायत पर खसरा नम्बर 1488 की भूमि को स्वयं की मालिकाना हक की दर्शाकर कॉलोनी विकसित करने की कूटरचना पर एस.टी.एफ.इन्दौर द्वारा पूर्व में आरोपी सुरेश कुकरेजा और जयेश कुकरेजा निवासी ट्रेजर टाउन इन्दौर को गिरफतार किया गया था। आरोपी जयेश कुकरेजा को जेल भेजा जाकर आरोपी सुरेश कुकरेजा का दो दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया था।
पुलिस रिमाण्ड के दौरान एस.टी.एफ. की टीम द्वारा आरोपी सुरेश कुकरेजा के निवास ट्रेजर टाउन पर आज छानबीन की गई जिसके दौरान कई महत्वपूर्ण जगहो ट्रेजर टाउन बिजलपुर योजना क्रमांक 74 पलसीकर कॉलोनी काली बिल्लोद इत्यादि जगहो की बेशकीमती जमीन के सौदो के दस्तावेज मिले। पुलिस दल द्वारा छानबीन करने पर पाया गया कि आरोपी सुरेश कुकरेजा द्वारा एल एण्ड टी फायनेन्स टाटा फायनेन्स एच.डी.एफ.सी. बैंक ए.यू.स्मॉल फायनेन्स बैंक केप्री ग्लोबल हाउसिंग फायनेन्स एवं अन्य कई जगहो से फायनेन्स ले रखा है।
श्री शुक्ल ने बताया कि प्रकरण की विवेचना के दौरान खसरा नम्बर 1488 पर काबिज देवनारायण अवंतीबाई एवं शकुन्तला बाई की तलाश में दबिश दिये जाने पर सकूनत से फरार हो गये थे बाद में पुलिस टीम द्वारा आरोपी दोनो बहनो अवंतीबाई पिता स्व. सिद्वनाथ चौहान उम्र 65 साल एवं शकुन्तला बाई उर्फ शकुन बाई पिता स्व. सिद्वनाथ चौहान उम्र 63 साल निवासी 41 जैन कॉलोनी लोकमान्य नगर इन्दौर को हीरानगर क्षेत्र से गिरफतार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर ज्यूडिशियल रिमाण्ड पर भेजा गया है।
गिरफतार महिलाओं से पूंछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे अनपढ है और उनके भाई देवनारायण और उनके सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों के कहने पर दस्तावेजो पर हस्ताक्षर किये थे सभी दस्तावेज देवनारायण द्वारा तैयार कराये गये थे। जांच के दौरान पाया गया कि देवनारायण द्वारा अन्य कई लोगो से भी इस जमीन को विक्रय करने एवं उस पर कॉलोनी विकसित किये जाने के दस्तावेज तैयार किये जाकर अवैद्य लाखो रूपयें प्राप्त किय गये है। देवनारायण फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।
आरोपियों की गिरफतारी में एस.टी.एफ. इकाई के उप निरीक्षक श्यामकिशोर त्रिपाठी सहायक उप निरीक्षक अमित दीक्षित आरक्षक विवेक द्विवेदी ओमवीर सिंह सचिन सिंह और देवेन्द्र सिंह की उल्लेखनीय भूमिका रही है।
Comments
Post a Comment