अभिलाषजी...बहुत बहुत बधाई
(नगीन बारकिया)-जैसे ही अभिलाष खांडेकर जी का मप्र क्रिकेट एसो. का अध्यक्ष बनना तय होने की खबर अखबारों में छपी, मेरा मन खुशियों से भर गया। जब अपने साथ का कोई व्यक्ति किसी ऊंचे पादान पर कदम रखता है तो निश्चित ही मन के अंदर ही अंदर एक खुशी का एहसास होता है। यह खुशी यह जानते समझते हुए भी मन को गुदगुदाती रहती है कि हमें उस पदासीन व्यक्ति से कोई लाभ नहीं उठाना है या उससे कोई निजी फायदा न तो मिलना है और न ही लेने की इच्छा है परंतु एक अजीब सा आत्म-संतोष महसूस होता है। कदम कदम पर स्वार्थ भरे परिवेश में यह संतोष भाव किसी को भी असहज लग सकता है लेकिन यह हकीकत है कि इसका भी अपना ही आनंद है। अभिलाष का और मेरा साथ ऐसा लगता है जैसे कल की ही बात हो। 1983 की शुरुआत में हम दोनों ने इंदौर से प्रकाशित होने वाले दो नए अखबारों में खेल पत्रकार के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की थी। अभिलाष मूलतः अंग्रेजी पत्रकार रहे हैं और उन्होंने फ्रीप्रेस जर्नल से और मैंने दैनिक भास्कर के इंदौर संस्करण में ये दायित्व संभाले थे। इस मामले में मेरे गुरु श्री अशोक कुमट रहे जिनके मार्गदर्शन में हमने काफी लंबी यात्रा तय की। अभिलाष और मेरा एक ही बाइक पर बैठकर रिपोर्टिंग या प्रेस कांफ्रेंस में जाने का दृश्य अभी भी अपनी आंखों के आगे चलचित्र के समान दिखाई दे रहा है। इसके बाद इंदौर स्पोर्ट्स राइटर्स एसो. (इस्पोरा) का एक युग कैसे बीत गया, पता ही न चला। पहले मैं और कुछ समय बाद अभिलाष भी इंदौर से भोपाल शिफ्ट हो गए। अभिलाष अब बरास्ता हिंदुस्तान टाइम्स राष्ट्रीय पत्रकारिता की ओर अग्रसर हो गए तथा डीएनए और भास्कर अंग्रेजी होते हुए अंग्रेजी से हिंदी की ओर मुड़ गए और अंततः दैनिक भास्कर के विभिन्न संपादक पदों पर रहने के बाद स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहे थे। अचानक अब एमपीसीए के अध्यक्ष बनने से वे फिर चर्चा में आए। मौलिक रूप से देसी खेलों के समर्थक और उन्हें प्रश्रय देने वाले अभिलाषजी की यह नई पारी मप्र को क्रिकेट को क्या नए आयाम देगी यह देखने योग्य होगा। लेकिन अभिलाषजी की फर्श से अर्श तक की इस जीवनगाथा से यह अवश्य सीखने को मिलता है कि जिंदगी में लो-प्रोफाइल रहकर भी बड़े बड़े मैदान मारे जा सकते हैं। जिस काम के लिए लोगों को जमीन आसमान एक करते हुए देखा जाता है वह किस तरह सहज रूप में प्राप्त हो सकता है अभिलाष की जिंदगी इसका भी एक श्रेष्ठ उदाहरण है। अभिलाषजी आपको यह नया पद मुबारक हो और आप ऐसे ही प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते रहें यही कामना है
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